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कथा ज्वाला देवी,????Katha Jwala Devi Ki Part 3???? |Jwala Devi Ke Darshan Ko Abhilashi|Acharya Ganes

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????जय ज्वाला माँ ????
ज्वाला देवी की संपूर्ण कथा Part 1: https://youtu.be/7Yo8e50IImM
ज्वाला देवी की संपूर्ण कथा Part 2: https://youtu.be/9xeooqXScFc
ज्वाला देवी की संपूर्ण कथा Part 3: https://youtu.be/0ZF9vMqZDE4

आचार्य गणेश दत्त किरण के स्वरों में अवश्य श्रवण करें साथ में इस कथा का नाट्य रूपांतरण भी समाहित है

????ज्वाला देवी के दर्शन को अभिलाषी महाराज????
भगवती भवानी करुणा की साक्षात मूर्ति हैं उन्हें बारम्बार नमस्कार है अपने भक्तों के लिए माता करुणेश्वरी मंदिर के दोनों कपाट खुले रहते हैं दर्शनार्थी उस दया और ममता की देवी के श्री चरणों में आश्रित होकर दैहिक दैविक एवं भौतिक इन त्रितापों से मुक्त हो जाता है साक्षात शिवलोक में निवास भी करता है शास्त्रों का ऐसा भी कथन है की जो भी व्यक्ति निष्ठा एवं विश्वास से उस महामाया की कथा का श्रवण करता है वह इस लोक में मनवांछित फल प्राप्त कर अंत में सहज ही मुक्ति का अधिकारी हो जाता है आदिशक्ति के वसुंधरा पर वैसे तो अनेक पीठ वर्तमान हैं उन शक्तिपीठों में एक पीठ ऐसा भी है जिन्हें हम ज्वाला देवी के नाम से जानते हैं जब करुणेश्वरी माता की कथा की इतनी महिमा है तो हम कथा श्रवण से क्यों वंचित रहें तो आइये हम भी अपने जीवन को सार्थक एवं धन्य करने के लिए कथा श्रवण करें इस परम पवित्र और मोक्ष दायक धाम की ख्याति महाभारत के काल से चली आ रही है ऐसा कहा जाता है की जब पांडवों ने अज्ञातवास किया तो महा मातेश्वरी करुणा की मृति ज्वाला देवी के दर्शनार्थ इस सिद्ध पीठ पर आये पाँचों भाइयों ने अति श्रद्धा से अभिभूत होकर उनकी अर्चना की और मातेश्वरी के निर्देशानुसार महाराज विराट के यहाँ निवास कर अपने अज्ञातवास की अवधि को पूरा किया श्रद्धा से अभिभूत पांडवों ने देवी के मंदिर का पुननिर्माण भी कराया ऐसा कहा जाता है महाभारत युद्ध के लगभग २३५ पीढ़ी बाद त्रिगर्त के नरेश सुधर्म के वंशधर महाराज भूमिसिंघ के कानों में मातेश्वरी ज्वाला देवी की महिमा की चमत्कारी कथा फिर उजागर हुई भूमि सिंह कांगड़ा के अधिपति थे सहसा भूमि सिंह के मन में ज्वाला देवी के प्रति असीम श्रद्धा उत्पन्न हुई महामाया मातेश्वरी का सानिध्य प्राप्त करने के लिए काँगड़ा नरेश ने जप तप आरम्भ कर दिया उनकी पलवती इच्छा तो पूर्ण नहीं हो सकी किन्तु उन्हें ऐसा विश्वास हो गया जहाँ मातेश्वरी ज्वाला का सिद्धपीठ वर्तमान है उसी स्थान पर इच्छा पूर्ण हो सकती है अब महाराज भूमि सिंह तत्परता से मातेश्वरी के पवित्र ज्योति के अन्वेषण कार्य में लग गए में लग गए |

Jwala Devi Ke Darshan Ko Abhilashi Maharaj
Katha, Sanvad: Acharya Ganesh Dutt Kiran
Sah Vachak, Sanvad: Sanjay Singh 'Tomar' | Kanchan Singh 'Tomar' | Ajay Singh 'Tomar' | Meera Uraanv | Shubhra Mandal | Soma Ghosh | Gyanesh Kamal
Album: Katha Jwala Devi
Music Label: T-Series

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Category
टी-सीरीज़ - T-Series
Tags
T-Series bhakti sagar, bhajans, tseries bhakti songs
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